पर्वत की ऊंची चढ़ाई रे, पर्वत की ऊंची चढ़ाई रे, भोले तेरे दर्शन को आई रे, भोले तेरे दर्शन को आई रे, पर्वत की ऊंची चढ़ाई रे, भोले तेरे दर्शन को आई रे, ओ भोले तेरे दर्शन को आई रे।।
मैं तो जल भर कलश ले आई रे, मैं तो जल भर कलश ले आई रे, झाड़ों में उलझती आई रे, झाड़ों में उलझती आई रे, सांप, बिच्छू ने ऐसी डराई रे, सांप, बिच्छू ने ऐसी डराई रे, मेरी गगरी छलकती आई रे, मेरी गगरी छलकती आई रे, पर्वत की ऊंची चढ़ाई रे, पर्वत की ऊंची चढ़ाई रे, भोले तेरे दर्शन को आई रे, भोले तेरे दर्शन को आई रे।।
मैं तो चंदन, केसर लाई रे, मैं तो चंदन, केसर लाई रे, शमशानों को देख घबराई रे, शमशानों को देख घबराई रे, भूत प्रेतों ने ऐसी डराई रे, भूत प्रेतों ने ऐसी डराई रे, मेरी केसर बिखरती आई रे, मेरी केसर बिखरती आई रे, पर्वत की ऊंची चढ़ाई रे, पर्वत की ऊंची चढ़ाई रे, भोले तेरे दर्शन को आई रे, भोले तेरे दर्शन को आई रे।।
मैं तो भंगिया घोट के लाई रे, मैं तो भंगिया घोट के लाई रे, बाहर नंदी को बैठे पाई रे, बाहर नंदी को बैठे पाई रे, नंदी ने मुझे समझाई रे, नंदी ने मुझे समझाई रे, भोले ने समाधि लगाई रे, भोले ने समाधि लगाई रे, पर्वत की ऊंची चढ़ाई रे, पर्वत की ऊंची चढ़ाई रे, भोले तेरे दर्शन को आई रे, भोले तेरे दर्शन को आई रे।।
मैं तो हार बना के लाई रे, मैं तो हार बना के लाई रे, शिवजी के गले पहनाई रे, शिवजी के गले पहनाई रे, भोले बाबा ने पलकें उठाई रे, भोले बाबा ने पलकें उठाई रे, शिव गौरा के दर्शन पाई रे, शिव गौरा के दर्शन पाई रे, पर्वत की ऊंची चढ़ाई रे, पर्वत की ऊंची चढ़ाई रे, भोले तेरे दर्शन को आई रे, भोले तेरे दर्शन को आई रे, पर्वत की ऊंची चढ़ाई रे, भोले तेरे दर्शन को आई रे, ओ भोले तेरे दर्शन को आई रे।।