Aao Aao Maiya Bhog Lagao Maiya–Mata Ka Bhog Lagane Ka Geet.

आओ, आओ मईया भोग लगाओ मईया:

आओ, आओ मईया, भोग लगाओ मईया,
मेरा भोग करो स्वीकार रे,
मैं भोग लगाने आई हूं,
आओ, आओ मईया, भोग लगाओ मईया,
मेरा भोग करो स्वीकार रे,
मैं भोग लगाने आई हूं।।

भिलनी के बेर, सुदामा के तंदुल,
रुचि रुचि भोग लगाओ,
रे मईया, रुचि रुचि भोग लगाओ,
आओ, आओ मईया, भोग लगाओ मईया,
मेरा भोग करो स्वीकार रे,
मैं भोग लगाने आई हूं।।

दुर्योधन ने मेवा त्यागी,
साग विदुर घर खायो,
रे मईया, साग विदुर घर खायो,
आओ, आओ मईया, भोग लगाओ मईया,
मेरा भोग करो स्वीकार रे,
मैं भोग लगाने आई हूं।।

माखन, मिश्री, दूध, मलाई,
बताशे का भोग लगाओ,
रे मईया, बताशे का भोग लगाओ,
आओ, आओ मईया, भोग लगाओ मईया,
मेरा भोग करो स्वीकार रे,
मैं भोग लगाने आई हूं।।

ऐसा भोग लगाओ मेरी मैया,
सब अमृत हो जाए,
रे मईया सब अमृत हो जाए,
आओ, आओ मईया, भोग लगाओ मईया,
मेरा भोग करो स्वीकार रे,
मैं भोग लगाने आई हूं।।

जो कोई इस भोग को खावे,
वो तेरा हो जाए,
रे मईया, वो तेरा हो जाए,
आओ, आओ मईया, भोग लगाओ मईया,
मेरा भोग करो स्वीकार रे,
मैं भोग लगाने आई हूं।।

आपकी वस्तु आपको अर्पण,
आकर भोग लगाओ,
रे मईया, आकर भोग लगाओ,
आओ, आओ मईया, भोग लगाओ मईया,
मेरा भोग करो स्वीकार रे,
मैं भोग लगाने आई हूं।।

पूरब, पश्चिम,उत्तर, दक्षिण,
चारो दिशाओं से आओ,
रे मईया, चारो दिशाओं से आओ,
आओ, आओ मईया, भोग लगाओ मईया,
मेरा भोग करो स्वीकार रे,
मैं भोग लगाने आई हूं।।

हम भक्तों की यही अरज है,
आकर दरश दिखाओ,
रे मईया, आकर दरश दिखाओ,
आओ, आओ मईया, भोग लगाओ मईया,
मेरा भोग करो स्वीकार रे,
मैं भोग लगाने आई हूं।।











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