हमें प्रीत तुमसे हुई श्याम प्यारे–२ तुम हो हमारे, हम हैं तुम्हारे–२ कैसे रिझाऊँ तुझको, मैं कैसे मनाऊं–२ भावना है सच्ची मेरी, भाव से मैं ध्याऊं–२ भाव के हो भूखे बाबा, भाव से पुकारे, तुम हो हमारे, हम हैं तुम्हारे।।
हमें प्रीत तुमसे हुई श्याम प्यारे–२ तुम हो हमारे, हम हैं तुम्हारे।।
दीनों के नाथ बाबा, हो दीन दयालू–२ भक्तों की माने तुम हो, बड़े ही कृपालु–२ मुझे भी संवारों जैसे, औरों को संवारे, तुम हो हमारे, हम हैं तुम्हारे।। हमें प्रीत तुमसे हुई श्याम प्यारे–२ तुम हो हमारे, हम हैं तुम्हारे।।
करुणा के सिंधु, दया तो दिखाओ–२ अर्जी हमारी बाबा, यूं न ठुकराओ_२ नीर बहाए मेरे , नयन ये प्यारे, तुम हो हमारे, हम हैं तुम्हारे।।
हमें प्रीत तुमसे हुई श्याम प्यारे–२ तुम हो हमारे, हम हैं तुम्हारे।।