धुला लो पाँव राघव जी अगर जो पार जाना है। पार करते हो सब जग को पार करते हो सब जग को नाव का तो बहाना है, धुला लो पाँव राघव जी अगर जो पार जाना है।
तुम्हारे चरणों की धूलि, सुना है जादू करती है, जो छू जाये अगर पत्थर, तो सुन्दर नारी बनती है, तो सुन्दर नारी बनती है, जो पत्थर नारी बन जाये, काठ का क्या ठिकाना है, धुला लो पाँव राघव जी, अगर जो पार जाना है।।
हमारी नाव ही परिवार का, अन्तिम सहारा है, बिना इसके ओ राघव जी, कहाँ मेरा गुजारा है, कहाँ मेरा गुजारा है, ये नैया ज़िंदगी मेरी, ना कोई भी ठिकाना है, धुला लो पाँव राघव जी, अगर जो पार जाना है।।
धुला लो पाँव राघव जी, अगर जो पार जाना है, पार करते हो सब जग को, पार करते हो सब जग को, नाव का तो बहाना है, धुला लो पाँव राघव जी, अगर जो पार जाना है।।