Dulha bankar ke shankar chale jis ghadi–Bhole shankar ke bhajan lyrics

 

दूल्हा बनकर के शंकर चले जिस घड़ी

घर हिमाचल के आना ग़ज़ब हो गया

क्या अजब शान थी,क्या क्या ग़ज़ब रूप था

शिव का दूल्हा बनाना ग़ज़ब हो गया

दूल्हा बनकर के शंकर चले जिस घड़ी

धरती अम्बर हिला ,शिव का डमरू बजा -२

देवता सब चले अपना वाहन सज़ा

भूत प्रेतों के संग आए शुक्र और शनि -२

शिव का घोतक रचाना ग़ज़ब हो गया

दूल्हा बनकर के शंकर चले जिस घड़ी

घर हिमाचल के आना ग़ज़ब हो गया

दूल्हा बनकर के शंकर चले जिस घड़ी

बम्हा -विष्णु जी देखो बाराती बने

शिव के ब्याह हिमाचल की नगरी चले -२

धीरे -धीरे लगे साज बजने सभी -२

शिव का डमरू बजाना ग़ज़ब हो गया

दूल्हा बनकर के शंकर चले जिस घड़ी

घर हिमाचल के आना ग़ज़ब हो गया

दूल्हा बनकर के शंकर चले जिस घड़ी

बैल पे बैठके राख तन पे मले-२

काँधे झोला बड़ा नाग विषधर गले

दूल्हा बूढ़ा सा जोगी है लम्बी जटा-२

चंदा मस्तक सजाना ग़ज़ब हो गया

दूल्हा बनकर के शंकर चले जिस घड़ी

घर हिमाचल के आना ग़ज़ब हो गया

दूल्हा बनकर के शंकर चले जिस घड़ी

क्या बाराती अजब से है भोले के संग

हाथी -घोड़े पे है कोई मस्त -मलँग -२

मैना देवी ने देखा ये जब माजरा -२

भक्तों शिव का ये बाना ग़ज़ब हो गया

दूल्हा बनकर के शंकर चले जिस घड़ी -२

घर हिमाचल के आना ग़ज़ब हो गया

दूल्हा बनकर के शंकर चले जिस घड़ी -२

घर हिमाचल के आना ग़ज़ब हो गया

क्या अजब शान थी क्या ग़ज़ब रूप था -२

शिव का दूल्हा बनाना ग़ज़ब हो गया

दूल्हा बनकर के शंकर चले जिस घड़ी

https://youtu.be/gVkMCveEhdoदूल्हा बनकर के शंकर चले जिस घड़ी

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