Guru Milne se jhagda khatam ho gaya re–Satsangi Bhajan Lyrics

गुरु मिलने से झगड़ा ख़त्म हो गया रे -२
तूने वादा किया था कर्मों में रे-२
तू तो माँ की गोद में झूल गया रे -२
गुरु मिलने से झगड़ा ख़त्म हो गया रे -२
प्रभु मिलने से झगड़ा ख़त्म हो गया रे -२
जब आयी जवानी मदमस्त हुआ रे -२
तू तो भोग विलास में डूब गया रे -२
गुरु मिलने से झगड़ा ख़त्म हो गया रे -२
जब आया बुढ़ापा तन हीन हुआ -२
तुझे रोगों ने आ के घेर लिया -२
गुरु मिलने से झगड़ा ख़त्म हो गया रे -२
ना ये तन ही रहा ना ये मन ही रहा -२
बाज़ीगर का खेल ख़त्म हो गया रे -२
गुरु मिलने से झगड़ा ख़त्म हो गया रे -२
मेरे गुरु ने पिलाया अमृत प्याला -२
मैं तो पी के पिला के अमर हो गया रे -२
गुरु मिलने से झगड़ा ख़त्म हो गया रे -२
अपने गुरु की कहाँ तक बड़ाई करूँ -२
गुरु चरणो में जीवन सफल हो गया रे -२
गुरु मिलने से झगड़ा ख़त्म हो गया रे -२