Gajanand ki mata maiya tere darshan payein–Ganesh Bhajan Lyrics
गजानंद की माता मैया तेरे दर्शन पायें
ये आस लगा रहे हैं ,ये आस लगा रहे हैं
गजानंद की माता मैया तेरे दर्शन पायें
ये आस लगा रहे हैं ,ये आस लगा रहे हैं
अंग में गजानंद राजे,कर में त्रिशूल सोहे साथ रे -२
भक्तों की नैया, भक्तों के हरदम रहे साथ रे
नाव पड़ी मँझधार में मैया, सूझे नहीं खिवैया
ये आस लगा रहे हैं , ये आस लगा रहे हैं
गजानंद की माता मैया तेरे दर्शन पायें
ये आस लगा रहे हैं , ये आस लगा रहे हैं
संग में हैं भोले बाबा, डमरू , त्रिशूल सोहे हाथ रे-२
वास कैलाश है मैया, भस्मी रमाए भोले नाथ रे
रूप है इनका अजब निराला, सब बच्चे भरमाये
ये आस लगा रहे हैं , ये आस लगा रहे हैं
गजानंद की माता मैया तेरे दर्शन पाये
ये आस लगा रहे हैं , ये आस लगा रहे हैं
भक्तों पे संकट आया ,रूप अनेकों मैया धार लिया-२
तब से ही दुर्गे मैया ,सारा विदित संसार हुआ
ऋषि-मुनि भी महिमा गायें,पार कोई ना पाये
ये आस लगा रहे हैं ,ये आस लगा रहे हैं
गजानंद की माता मैया तेरे दर्शन पायें
ये आस लगा रहे हैं,ये आस लगा रहे हैं ।